पहले के म.प्र. और विदर्भ कलेक्टरेट्स (मुख्यालय, नागपुर) से अलग कर इंदौर कलेक्टरेट्स (मुख्यालय, इंदौर) का गठन 21.07.1977 को किया गया । इस आयुक्तालय का अधिकार क्षेत्र पूरे म.प्र., अर्थात म.प्र. और अब का छत्तीसगढ़ है, तक बढ़ाया गया । हालांकि, बाद में 01.07.91 को मध्य प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग को इंदौर आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र से पृथक करके नए रायपुर आयुक्तालय का गठन किया गया था।
इसके अलावा 16.07.97 को म.प्र. के मध्य भाग को अलग करके इंदौर-॥ (मुख्यालय भोपाल) आयुक्तालय की स्थापना की गई । इसके बाद इंदौर के अधिकार क्षेत्र से सतना डिवीजन को भोपाल के साथ जोड़ दिया गया । अब, रायपुर आयुक्तालय का अधिकार क्षेत्र सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य है । वर्तमान में, जीएसटी लागू होने से और नए उज्जैन सी जी एस टी आयुक्तालय का गठन हो जाने के बाद अब इंदौर आयुक्तालय
का क्षेत्राधिकार इंदौर और देवास के जिले हैं ।
इसके अलावा 16.07.97 को म.प्र. के मध्य भाग को अलग करके इंदौर-॥ (मुख्यालय भोपाल) आयुक्तालय की स्थापना की गई । इसके बाद इंदौर के अधिकार क्षेत्र से सतना डिवीजन को भोपाल के साथ जोड़ दिया गया । अब, रायपुर आयुक्तालय का अधिकार क्षेत्र सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य है । वर्तमान में, जीएसटी लागू होने से और नए उज्जैन सी जी एस टी आयुक्तालय का गठन हो जाने के बाद अब इंदौर आयुक्तालय
का क्षेत्राधिकार इंदौर और देवास के जिले हैं ।